कामशिर्यल की जगह धडल्ले से घरेलू सिलेंडरों का हो रहा प्रयोग

कामशिर्यल की जगह धडल्ले से घरेलू सिलेंडरों का हो रहा प्रयोग

0 बच्चों की जान से खिलवाड

रिपोर्ट सुरेन्द्र सिंह कछवाह

मानिकपुर/चित्रकूट। मानिकपुर कस्बे में दो दशक से संचालित पं दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय पेट्रोल पंप के सामने चल रहा है। बुंदेलखंड के पिछड़े क्षेत्र होने से गरीब आदिवासियों के बच्चों को शिक्षित करने को सरकार ने संस्था खोली है।
सोमवार को संस्था में घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग होते देखा गया। क्षेत्र के गरीब असहाय बच्चों को शिक्षित करने को प्रतिवषर् भोजन, कपड़ा, जूते-मोजे, दवाइयों की सुविधा देते हुए सरकार करोड़ों रुपए खचर् कर रही है। जिम्मेदार अधिकारी व प्रधानाचायर् बच्चों को मेन्यू अनुसार भोजन न देकर मनमानी ढंग से भोजन परोस रहे हैं। खाना बनाने में कामशिर्यल सिलेंडर की जगह खुलेआम घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयोग हो रहा है। इस बाबत प्रधानाचायर् गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि कुछ दिनों को प्रधानाचायर् का प्रभार मिला है। पूरा कायर्भार जिला समाज कल्याण अधिकारी देखते हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि वह बेवकूफ है, उसको प्रधानाचायर् के चाजर् पर बैठाया है। वह नहीं बता सके तो वे कैसे बतायेंगे। उन्होंने जांच कराने की बात कही।