किसानों का अधिक से अधिक खरीदें गेहूं: डीएम

किसानों का अधिक से अधिक खरीदें गेहूं: डीएम

एक माचर् से 15 जून तक होगी खरीद

रिपोर्ट सुरेंद्र सिंह कछवाह

चित्रकूट। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने गेंहू खरीद बाबत कायर्शाला तैयारियों की समीक्षा बैठक में गेहूं क्रय केन्द्र प्रभारियों को निदेर्श दिये। जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि जिले में 40 क्रय केन्द्र खुले हैं। खाद्य विभाग के पांच, पीसीएफ के 31, मंडी समिति के एक क्रय केंद्र व भारतीय खाद्य निगम के तीन क्रय केन्द्र खुले हैं।
मंगलवार को कलेक्टेªट सभागार में बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी को खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि गेहूं खरीद एक माचर् से 15 जून तक होगी। गेहूं क्रय केन्द्र सवेरे नौ से शाम छह बजे तक खुलेंगे। कृषकों से न्यूनतम समथर्न मूल्य 2275 रुपये प्रति कुंतल खरीदा जायेगा। मूल्य समथर्न योजना के तहत गेहूं खरीद का लक्ष्य 32000 मीटन है। किसान जब तक क्रय केन्द्रों पर गेहूं लेकर आते रहेंगे, तब तक खरीद होती रहेगी। भारत सरकार के निधार्रित मानक अनुसार गेहूं खरीद की जायेगी।
जिलाधिकारी ने सभी केन्द्र प्रभारियों को मानक से गेहूं खरीदते समय साफ-सफाई पर ध्यान देने के निदेर्श दिये। भारतीय खाद्य निगम में गेहूं खरीद में समस्या नहीं आनी चाहिए। जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि इस बार किसानों से सौ कुंतल तक गेंहू बिना सत्यापन के खरीदा जाएगा। इस बार बंटाईदारों से भी गेहूं खरीद की जाएगी। मोबाइल केंद्रों से गांवों में किसानों के घर से भी गेहंू खरीदा जाएगा। क्रय में एफपीओ, एफपीसी, पंजीकृत सोसायटी, मल्टी सेक्टोरल सोसायटी से भी खरीद की जाएगी। जिलाधिकारी ने केन्द्रों पर गेहूं खरीद को इलेक्ट्रानिक कांटा, नमी मापक यंत्र, छलना, विनोइंग फैन की व्यवस्था करने के निदेर्श दिये। सत्यापन सभी उपजिलाधिकारी करें। राजपत्रित एवं रविवार को छोड़कर शेष कायर् दिवसों में गेहूं क्रय केन्द्र खुले रहेंगे। प्रत्येक गेहूं क्रय केन्द्र पर गेहूं का मानक नमूना प्रदशिर्त किया जाये। क्रय केन्द्रों पर किसानों को पीने को पानी, बैठने व्यवस्था, वाहन पाकिंर्ग को पयार्प्त स्थान रखा जाये। गेहूं क्रय केन्द्र पर वषार् व प्राकृतिक आपदाओं से गेहूं बचाने को त्रिपाल, क्रेटस आदि व्यवस्था की जाये, ताकि गेहूं खराब न हो सके। मंडी समिति ने क्रय केन्द्रों पर उपलब्ध कराये उपकरणों की खराबी की सूचना देते हुए खराब उपकरणों को ठीक कराने को कहा। बैठक में कहा कि गेहूं बिक्री को किसान को खाद्य विभाग के पोटर्ल पर पंजीयन कराना अनिवायर् होगा। किसान के खुद मौजूद न रहने पर किसान के पंजीयन समय प्रपत्र में दिये सदस्य का बायोमैट्रिक कराते हुये गेहूं खरीदा जायेगा। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निदेर्श दिये कि मंडी से जो गेहूं अवैध खरीद होती है, उनके खिलाफ कारर्वाई करें, ताकि बिचैलिये का खेल खत्म हो सके। किसानों को मूल्य का लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के निदेर्श हैं कि गेहूं अधिक से अधिक खरीद करें, ताकि किसानों की आय बढे। बैठक में एडीएम एफआर उमेशचंद्र निगम, एसडीएम सौरभ यादव, राजापुर प्रमोद कुमार झा, मऊ राकेश पाठक, जिला खाद्य विपणन अधिकारी अविनाश कुमार झा, अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक तुलसीराम, जिला कृषि अधिकारी, एलडीएम, मंडी सचिव, एआर कोआपरेटिव, जिला प्रबंधक पीसीएफ, एफसीआई अधिकारी व क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, क्रय केन्द्र प्रभारी आदि मौजूद रहे।