जननायक के बतौर उभरे हैं पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र

जननायक के बतौर उभरे हैं पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र

सत्ता पक्ष के नेताओं को ले डूबेगी संवेदनहीनता
रिर्पोट सुरेंद्र सिंह कछवाह

चित्रकूट। बुन्देलखण्ड महोत्सव दौरान बम ब्लास्ट से चार छात्रों की ददर्नाक मृत्यु के मामले में सत्ता पक्ष के किसी नेता ने शोक संवेदना जताने की जरूरत नहीं समझी। विपक्ष के भी लोगों ने संवेदना जताने में कोई रुचि नहीं ली। सत्ता पक्ष के पूवर् सांसद भैरों प्रसाद मिश्र अवश्य जननायक के बतौर उभरकर सामने आये हैं।
शुक्रवार को बम विस्फोट से चार छात्रों की मौत के दो दिन बाद भी सत्ता पक्ष के सांसद आरके सिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, नगर पालिका अध्यक्ष नरेन्द्र गुप्ता व डीसीबी अध्यक्ष पंकज अग्रवाल व सत्ता पक्ष के जिलाध्यक्ष लवकुश चतुवेर्दी आदि के शोक संवेदना के दो शब्द भी मंुह से नहीं फूटे। ये सत्ता पक्ष की असंवेदनशीलता ही कही जायेगी। जिला मुख्यालय में चार बच्चों की ददर्नाक मौत के मामले में संवेदनहीनता ने आम जनता को चैंका दिया है। लोगों ने कहा कि जिस तरह से इन नेताओं ने संवेदनहीनता दिखाई है, उससे आगामी लोकसभा चुनाव में किस मुंह से जनता के सामने जायेंगे। महज सत्ता पक्ष के पूवर् सांसद भैरों प्रसाद मिश्र इस मामले में जननायक के बतौर उभरकर सामने आये हैं। वे इन दिनों जिस ढंग से आम जनता के मुद्दे उठा रहे हैं, उससे जाहिर है कि उनमें अब काफी संवेदनशीलता आ गई है। वे अब पहले जैसे नेता नहीं रहे, अब भैरों प्रसाद मिश्र जननायक के बतौर उभरकर सामने आये हैं। पूवर् सांसद भैरों प्रसाद मिश्र काफी दिनों से सत्ता पक्ष में रहते हुए भी डीएम-एसपी की रहनुमाई न कर आम जनता की रहनुमाई कर रहे हैं। उससे साफ है कि उनकी जनता में खासी पकड मजबूत होती जा रही है। यहां तक कि सपा के वरिष्ठ नेता भी मानते हैं कि भैरों प्रसाद मिश्र जननेता के बतौर उभरकर आये हैं।