जाने माने शायर आशिक जौनपुरी की *मोहब्बत करके देखो” किताब का हुआ विमोचन*

*जाने माने शायर आशिक जौनपुरी की *मोहब्बत करके देखो” किताब का हुआ विमोचन*

संवाददाता जौनपुर उपेंद्र रितुरगं
जौनपुर,। ऊर्दू और हिंदी अदब के जाने माने शायर रमेश चंद्र सेठ (आशिक जौनपुरी) कि किताब *मोहब्बत करके देखो* का विमोचन रास मंडल स्थित रामेश्वर विहार की सभागार में किया गया, जिसके मुख्य अतिथि भूतपूर्व नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष दिनेश टंडन रहें। साथ ही साथ ओम् प्रकाश खरे की किताब *पूर्णिका प्रसून* तथा जनार्दन प्रसाद अस्थाना (पथिक) कि किताब *तुम गीत बनो मैं गाऊँ* का भी विमोचन किया गया।
पुस्तक विमोचन के पश्चात् अपने सम्बोधन में दिनेश टंडन ने कहा कि मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि आज मुझे इतने महान गजल के लेखक और साहित्यकारो की पुस्तक का विमोचन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मंच पर उपस्थित बीएचयू के अवकाश प्राप्त मनोविज्ञान के विभागाध्यक्ष डाक्टर आर एन सिंह ने कहा कि यह जौनपुर जिले का सौभाग्य है कि जिसे इतने बड़े बड़े साहित्यकार एवं गजल के लेखक मिले हैं। टीडी कालेज के लाॅ विभाग के विभागाध्यक्ष डाक्टर पीसी विश्वकर्मा ने ने अपने सम्बोधन में कहा कि आशिक जौनपुरी जी की किताब मोहब्बत करके देखो का विमोचन आज जो यहाँ पर किया गया है यह गजल के गायको के लिए मील का पत्थर साबित होगी। साथ ही पथिक जी की पुस्तक तुम गीत बनो मैं गाऊँ अपने आप में एक अलग ही पहचान बनाएगी। ओम प्रकाश खरे ने अपनी किताब के बारे में बताया कि यह किताब मुझे पुरी उम्मीद है कि पुस्तक प्रेमियों को निराश नहीं करेगी।
आपको बताते चले कि रमेश चन्द्र सेठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज में लैब टेक्नीशियन के पद से सेवा निवृत्त होकर जौनपुर में रहते हैं। आपकी पहले भी कई किताबें प्रकाशित हो चुकी है जिसमें सबसे लोकप्रिय पुस्तक आशिकी है। दूरभाष से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि मुझे गज़ल लिखने का शौक था उस शौक ने मुझे आज यहाँ पहुॅंचा दिया है।
आपकी लगभग हर पुस्तक में प्यार मुहब्बत की ही बातें होती है ऐसा क्यों? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह पुरी दुनिया ही प्यार मुहब्बत से चलती है। क्या आप भविष्य में और भी पुस्तक लिखने का इरादा रखते हैं? हॅंसते उन्होंने जवाब दिया कि आप लोग उतावले बहुत होते हैं, जब पुस्तक छपेगी तो आपको जरूर बताऊगा। आप पाठकों से क्या कहना चाहतें? मैं पुस्तक प्रेमी पाठकों से सिर्फ यही कहूगा कि डिजिटल की इस दुनियाँ में किताबों का अपना महत्व है आप किताबों को जरूर पढ़िए।