जिला मुख्यालय में मानक को ताक पर रख चल रहे हैं शॉपिंग मॉल

जिला मुख्यालय में मानक को ताक पर रख चल रहे हैं शॉपिंग मॉल

न खरीददारी बिल, न श्रमिको का पंजीयन न अग्निशमन यंत्र ना पार्किंग की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहे शॉपिंग मॉल कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना

हाल ही में कर्मचारियों और मॉल के मैनेजर द्वारा ग्राहकों को गाली गलौज देने की पोस्ट फेसबुक में हुई वायरल

रिपोर्ट अर्जुन कश्यप

चित्रकूट।जनपद के कर्वी शहर में एक दर्जन लगभग मॉल बिना मानक के रूप से चल रहे हैं जहाँ न तो श्रमिकों का पंजीयन है न ही उन्हें शासनादेश के तहत पारिश्रमिक दिया जा रहा। किंतु नौकरी जाने के भय से कर्मचारी कैमरे के सामने आने से कतराते हैं।
इनके मनमानी का आलम यह है कि सुबह 9 बजे से खुलने वाली दुकानें रात 9 बजे के पहले नही बन्द होती जबकि 8 घण्टे से ज्यादा किसी श्रमिक से कार्य कराया जाना गैर कानूनी है लेकिन जनपद के श्रम विभाग गांधी जी के तीसरे बंदर की भूमिका बड़ी ईमानदारी से अदा कर रहा है बाकी बड़े जिम्मेदार कुंभकर्णी निद्रा में है
इसी तरह चल रहे चंद्रकांता चंद्रलोक शॉपिंग के बारे में एक फेसबुक पोस्ट तेज़ी से वायरल हो रही है जिसमे लिखा है कि मॉल के कर्मचारियों द्वारा ग्राहकों को गाली गलौज एवं बेतुका बातें करके उसे अपमानित किया जाता है कोई ग्राहक अपने घर की किसी महिला के साथ यदि खरीददारी करने जाता है तो मनमाने दाम में बेची जाने वाली वस्तुओं की कीमत कम कराने की बात पर उसे यह कहकर अपमानित किया जाता है कि “यदि औकात नही है तो क्यो यहाँ खरीदने आये हो”? ऐसी अभद्र भाषा का से प्रतिदिन दर्जनों ग्राहक अपमानित होते हैं।
सोशल मीडिया में इसकी खूब चर्चा हो रही है लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं जिला प्रशासन ऐसे मॉल को चिन्हित करके कार्रवाई करनी चाहिए।