डीएम के निदेर्श पर सिंचाई विभाग ने नावें लगाकर कवीर् और सीतापुर में युद्ध स्तर पर शुरु कराई नदी सफाई

———————————-
डीएम के निदेर्श पर सिंचाई विभाग ने नावें लगाकर कवीर् और सीतापुर में युद्ध स्तर पर शुरु कराई नदी सफाई

रिपोर्ट सुरेन्द्र सिंह कछवाह

चित्रकूट: जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द के निदेर्श पर गंगा दशहरा के पहले मंदाकिनी नदी की सफाई का काम सिंचाई विभाग ने युद्ध स्तर पर शुरु किया है। सीतापुर में पन्नालाल घाट से लेकर बूडे हनुमान मंदिर तक और कवीर् में इंटेकवेल से लेकर पुलघाट तक आधा दजर्न से अधिक नावें लगाकर अभियान का शुभारंभ किया गया है।
बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी से नदी सफाई कराने का अनुरोध किया गया था। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को बैठक में ही निदेर्श दिए थे कि नदी की सफाई कराई जाय। डीएम के निदेर्श पर सिंचाई विभाग ने सीतापुर और कवीर् में एक साथ नावें लगाकर सफाई अभियान का शुभारंभ किया। रविवार को गंगा दशहरा के पहले विभाग ने नदी को साफ स्वच्छ करने का लक्ष्य बनाया है। कवीर् पुलघाट में तो पनसोखना से नदी पट गई थी, यहां घाट पर नहाना भी दूभर था। शुक्रवार से शुरु हुए अभियान के तहत ट्रकों मलबा नदी के बाहर किया गया। शनिवार को भी युद्ध स्तर पर अभियान जारी रहा। सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता एस. के प्रसाद के निदेर्श पर एई गुरु प्रसाद और जेई देवेंद्र शुक्ला लगातार नदी घाट पर सफाई करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूवर् प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा। दिल्ली जैसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा है। तीथर् क्षेत्र में मंदाकिनी नदी यहां की लाइफ लाइन है, बावजूद इसके पढ़े -लिखे मूखर् नदी में कचरा फेंककर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड कर रहे हैं। धमर्भीरु लोग गन्दा पानी घरों में आने पर प्रशासन को कोसतें हैं और वही लोग परम्पराओं के नाम पर नदी में पालीथिन में भरकर हवन पूजन सामग्री फेंक रहे हैं। नदी के साथ यह अत्याचार बंद न हुआ तो नदी को बचाना कठिन हो जाएगा।
————————