तहसीलों में बिना रिश्वत के नहीं होते कार्य: अनुज

तहसीलों में बिना रिश्वत के नहीं होते कायर्: अनुज

सपा नेता ने डीएम को लिखा पत्र

चित्रकूट। सपा के राज्य कायर्कारिणी सदस्य अनुज सिंह यादव ने जिले की तीनों तहसीलों में फैले भ्रष्टाचार की शिकायत जिलाधिकारी से की है।
मंगलवार को सपा राज्य कायर्कारिणी सदस्य अनुज सिंह यादव ने जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कहा कि क्षेत्रीय भ्रमण में तमाम ठेकेदारों व ग्रामीणों ने बताया कि तहसील में हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने को राजस्व कमीर् व उच्चाधिकारी प्रमाण पत्र में आख्या लगाने को पांच हजार से लेकर बीस हजार रुपये तक रिश्वत मांगते हैं। न देने पर आवेदन निरस्त कर देते हैं। गरीब ग्रामीणों ने वरासत भी बिना रिश्वत के नहीं करते। वरासत प्रकिया में कायर्वाही को प्रदेश सरकार ने अभियान भी चलाया है। समीक्षा खुद मुख्यमंत्री करते हैं। इतने पर भी तहसील के जिम्मेदार कमर्चारी, लेखपाल व राजस्व निरीक्षक रिश्वत न देने पर आवेदकांे के वरासत आवेदन में फजीर् आख्या लगाकर निरस्त कर देते हैं या विवादित दिखाकर न्यायालय भेज देते हैं। इससे ग्रामीणों को अनावश्यक परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि साक्ष्य के लिए किसी भी तहसील का मुआयना कर न्यायालय रजिस्टर देखा जा सकता है। आनलाइन वरासत जबसे शुरु हुई है, तब से विवादित वरासतों के मामलों की तादाद कई गुना हो गयी है। ग्रामीण क्षेत्रांे में भूमि बाबत विवादित मामले हैं, समाधान को आवदकों ने हदबंदी आनलाइन की है, किसी भी आवेदन में बिना रिश्वत के पैमाइश नहीं होती। रिश्वत न देने पर आवेदन निरस्त कर दिया जाता है।
सपा नेता ने मांग किया कि सभी तहसीलों में फैले भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी की जांच कराकर कायर्वाही की जाये।
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