द हंस फाउंडेशन ने जनपद के मऊ विकास खण्ड में 60 दिव्यांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण वितरित किए

द हंस फाउंडेशन ने जनपद के मऊ विकास खण्ड में 60 दिव्यांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण वितरित किए

रिपोर्ट सुरेन्द्र सिंह कछवाह

मो0 7905851055

चित्रकूट: द हंस फाउंडेशन ने मऊ विकास खण्ड में रूपांतरण परियोजना के अंतगर्त दिव्यांगजनों के लिए सहायक उपकरण वितरण कायर्क्रम का आयोजन किया। कायर्क्रम में दिव्यांग व्यक्तियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार सहायक उपकरण वितरित किए गए। चित्रकूट जनपद मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) ओपीडी के दौरान ग्राम स्तर से 167  दिव्यांगजन लाभाथिर्यों को चिन्हित किया गया था। 

   द हंस फाउंडेशन द्वारा संचालित यह पहल जनपद के समुदाय के भीतर समावेशित और सशक्तिकरण के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दशार्ती है। जिला पंचायत सदस्य विनीत द्विवेदी ने कहा कि संस्था द्वारा समाज के उत्थान के लिए किए जा रहें कायर् सराहनीय हैं। परियोजना प्रबंधक रामेश्वर प्रसाद विश्वकमार् ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों के समथर्न और सहयोग ने इस कायर्क्रम को संभव बनाया है। कायर्क्रम में मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और हंस स्वास्थ्य सखी पहल द्वारा प्रदान की गई अमूल्य सहायता को भी स्वीकार किया गया, जिसे सवेर्क्षण और सामुदायिक सहभागिता प्रयासों के माध्यम से मऊ ब्लॉक द्वारा समथिर्त किया गया। जिला परियोजना टीम के प्रमुख सदस्यों में परियोजना प्रबंधक रामेश्वर प्रसाद विश्वकमार्, परियोजना समन्वयक राधा, अतुल कुमार गुप्ता शामिल थे। इस पहल में मऊ ब्लॉक की एमएमयू टीम में एएनएम रीता, प्रयोगशाला तकनीशियन इकबाल, फामार्सिस्ट प्रशांत और पायलट दिलीप शामिल थे।

  द हंस फाउंडेशन (टीएचएफ) की स्थापना 2009 में एक पंजीकृत सावर्जनिक चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में हुई। इस संगठन का मुख्य कायर्क्षेत्र शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और दिव्यांगता पर है। इस साल टीएचएफ अपनी 15वीं वषर्गांठ मना रहा है। द हंस फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश के 11 जनपदों में 84 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स का संचालन शुरू किया है, जो जनमानस की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समपिर्त है। यह यूनिट्स प्रधानतः उत्तर प्रदेश के प्रमुख जनपदों में स्थित हैं। प्रयागराज, वाराणसी, मिजार्पुर, सोनभद्र, चंदौली, चित्रकूट, फतेहपुर, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर और सिद्धाथर्नगर के गाँवों को अपनी सेवाओं से आश्रित करेंगे। प्रत्येक मोबाइल मेडिकल यूनिट में एमबीबीएस डाक्टर, फामार्सिस्ट, एएनएम, लैब तकनीशियन और पायलट शामिल होते हैं, जो दिन में दो गाँवों में स्वास्थ्य जांच और प्राथमिक उपचार प्रदान करते हैं। फाउंडेशन ग्राम पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक कायर्क्रमों को संचालित करती है और इन कायर्क्रमों का मुख्य लक्ष्य देश के सबसे ग्रामीण और अल्पसंख्यक क्षेत्रों में वंचित समुदायों के जीवन में सुधार लाना है। द हंस फाउंडेशन के उप कायर्क्रम प्रबंधक रजनीश के नेतृत्व में यह दिव्यांगजनों के वितरण कायर्क्रम सम्पन्न हुआ। 

   इस मौके पर खंड विकास अधिकारी रामजी मिश्रा, चिकित्सक अधीक्षक डॉ. हारून, एडीओ पंचायत चंद्र भूषण आदि मौजूद रहे।

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