नये भारत के निमार्ण को महिलाओं को आना होगा आगे: ऊषा जैन

नये भारत के निमार्ण को महिलाओं को आना होगा आगे: ऊषा जैन

रिपोर्ट रामचन्द्र मिश्रा

चित्रकूट। परमहंस संत श्री रणछोड़दास जी महाराज से संचालित जानकीकुण्ड स्थित सेवा संस्थान श्री सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट व श्री सदगुरु महिला समिति ने अंतरार्ष्ट्रीय महिला दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि दीनदयाल शोध संस्थान संगठन सचिव अभय महाजन, ट्रस्टी डॉ बीके जैन, अध्यक्षा श्रीमती ऊषा जैन, उपाध्यक्ष अनुभा अग्रवाल, डॉ पूनम अडवानी, आरबी सिंह चैहान व सदगुरू परिवार की महिलाओं की मौजूदगी में दीप जलाकर शुभारम्भ किया।
मंगलवार को श्रीमती ऊषा जैन ने अतिथियों व महिलाओं का स्वागत कर कहा कि श्री सदगुरू सेवा संघ ट्रस्ट के प्रथम अध्यक्ष अरविंद भाई मफतलाल ने आजीवन महिलाओं को स्वावलंबी बनाने को प्रयास किये। महिला समिति की स्थापना को विशेष प्रेरणास्रोत रहे। सदगुरु महिला समिति की स्थापना 1998 में ग्रामीण महिलाओं के प्रशिक्षण व स्वरोजगार से जोडा। 26 वषर् पूरे होने पर सैकड़ों महिलायें मुहिम से जुड सकी हैं। शिक्षण-प्रशिक्षण लेकर परिवार में आथिर्क मदद करने में सक्षम हुई हैं। महिलाओं की स्थिति में पिछले दशकों की अपेक्षा सुधार व प्रगति हुई है। दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब हर दिन महिला दिवस मनेगा। हर इंसान की पहली गुरु मां होती है। मां ही पाल-पोषकर बड़ा करती है। मां से सबको संस्कार मिलते हैं। हर दिन महिला दिवस होना चाहिए।
महिला दिवस पर कवीर् से समाज सेविका जयश्री जोग, तुलसी प्रज्ञा चक्षु दिव्यांग विद्यालय से नीरू, महिला समिति से कौशिल्या देवी, सावित्री देवी, गौरी बाई को समिति ने सम्मानित किया।