नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के प्रति महिला सिपाहियों ने किया जागरूक

नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के प्रंित महिला सिपाहियों ने किया जागरूक

रिपोर्ट सुरेन्द्र सिंह कछवाह

चित्रकूट ब्यूरो: पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार सिंह के निदेर्शन में जनपद में नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालंबन, महिला सशक्तिकरण, महिला कल्याण एवं बाल विकास के प्रति चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान के चैथे चरण के तहत बुधवार को जनपद के समस्त थानों की एण्टी रोमियों टीमों द्वारा सावर्जनिक स्थल एवं ग्रामों में भ्रमण कर महिला एवं बालिकाओं को महिला सुरक्षा सम्बन्धी उपायों के प्रति जागरुक किया गया।

एण्टी रोमियों टीमों द्वारा महिलाओं व बालिकाओं को सावर्जनिक स्थलो जैसे-चैराहे, बाजारों को असामाजिक तत्वों से मुक्त कराये जाने तथा महिलाओ एवं बालिकाओं के साथ राह चलते छेडखानी, अभद्रता, अश्लील प्रदशर्न तथा अभद्र टिप्पणियाँ इत्यादि की घटनाओं को रोकने के लिये जागरुक किया गया। साथ ही टीम की सदस्यों ने महिलाओं व बालिकाओं को सुरक्षा संबंधित सेवाएँ जैसे यूपी 112, वूमेन पावर लाइन 1090, यूपी कॉप एप 181, महिला हेल्प लाइन 1076, मुख्यमंत्री हेल्प लाइन 1098, चाइल्ड हेल्प लाइन 102, स्वास्थ्य सेवा 108, एम्बूलेन्स सेवा 1930 व साइबर हेल्पलाइन के बारे में जानकारियां दी गई। इस दौरान उपस्थित महिलाओं व बालिकाओं को अवगत कराया गया कि सभी थानों में महिलाओ की सुरक्षा व सहायता के लिए एक महिला हैल्पडेस्क बनाया गया है, जहाँ पर महिला पुलिसकमीर् द्वारा महिलाओं की शिकायत सुनी जाती है तथा समय से उनका निस्तारण किया जाता है। इसके साथ ही मौजूद महिलाओं व बालिकाओं को महिला सुरक्षा सम्बन्धी चलायी जा रही हेल्पलाइन नम्बरों के सम्बन्ध में पंपलेट वितरित करते हुए विस्तार से जानकारी देने के साथ ही सभी महिलाओं व बालिकाओ को हेल्पलाइन नम्बर का निभीर्क होकर उपयोग करने के लिए तथा महिलाओ को आत्मनिभर्र बनने व निभीर्क होकर अपने क्षेत्र में कायर् करने, शिक्षा ग्रहण करने के लिये प्रेरित किया गया। साथ ही सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेसी रखते हुये उसका प्रयोग करने के लिये कहा गया। इसी क्रम में महिलाओं व बालिकाओ को जनपद में गठित एंटी रोमियो स्क्वायड टीम के बारे में अवगत कराया गया तथा बताया गया कि सादे वस्त्रों में तथा प्राइवेट वाहनों से सावर्जनिक स्थलों यथा स्कूल, काॅलिज व कोचिंग संस्थान के आसपास व ऐसे स्थान जहाँ पर महिलाओ एवं बालिकाओ का अधिकतर आवागमन होता है, उनको भौतिक रुप से चिन्हित कर शोहदो व मनचलो के द्वारा की जाने वाली आपत्तिजनक हरकतो को रोकने के उद्देश्य से सघन चेकिंग कर लोगो से पूछताछ की जाती है व ऐसे शोहदो व मनचलो के विरुद्ध कायर्वाही भी की जाती है।