बैनामा की नोटिस मिली तो खुला राज

बैनामा की नोटिस मिली तो खुला राज
भू-माफियाओं ने धोखे से कीमती भूमि की पांच लाख में कराया एग्रीमेन्ट

रिर्पोट सुरेंद्र सिंह कछवाह

चित्रकूट। वृद्धा पेंशन दिलाने के बहाने 85 साल के वृद्ध को मुख्यालय लाकर करोंडों की भूमि कुछ लोगों ने पांच लाख रुपये में एग्रीमेन्ट करवा लिया। बैनामा कराने की नोटिस मिलने पर वृद्ध के परिजनों को जानकारी हुई तो अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। आरोप लगाया कि बैनामा व कुछ तहसील कमिर्यों ने उसकी जमीन का एग्रीमेंट कराने में साजिश रची है।
शुक्रवार को ये खुलासा हुआ। बताया गया कि शिवरामपुर चैकी क्षेत्र के पथरौडी गांव के गोबरा प्रसाद (85) ने सूबे के मुख्य सचिव व मंडलायुक्त को लिखे पत्र में कहा कि वह ठीक से चलने-फिरने व सुनने में असमथर् है। एक पुत्र की मृत्यु हो चुकी है, दूसरा पुत्र दिव्यांग है। गांव के दो युवकों ने वृद्धा पेंशन दिलाने के बहाने मुख्यालय लेकर आए। कई जगह लेकर गए, अंगूठा निशान लगवाकर हाईवे किनारे की लगभग सौ फिट की भूमि का एग्रीमेंट पांच लाख रुपये में करा लिया। बैनामा कराने के एक सप्ताह पहले नोटिस मिली तो राज खुला। आरोप लगाया कि नोटिस मिलने पर परिजनों ने पढ़ा व तहसील से लेकर रजिस्ट्री कायार्लय के चक्कर लगाये। किसी ने सही जानकारी नहीं दी। एग्रीमेन्ट कराने वाले राजाराम पुत्र चन्ना निवासी पथरौडी, अनूप कुमार पुत्र राजनारायण निवासी रौलीकल्याणपुर, सुशील कुमार पुत्र बाबूलाल शुक्ला निवासी रौलीकल्याणपुर, श्याम सिंह पुत्र चुन्ना निवासी ममसी बुजुगर् थाना पहाडी व सनत यादव पुत्र रामसूरत निवासी खुटहा, श्वेता पत्नी अतुल सिंह निवासी शंकरगंज बेथेल स्कूल हैं। ये सब कीमती भूमि को सस्ते में हडपना चाहते हैं। इस बाबत रजिस्ट्री विभाग के उपनिबंधक राजेश सिंह ने कहा कि एग्रीमेंट में नियमानुसार स्टांप लगे हैं। विभाग की इसमें कोई भूमिका नहीं है। क्रेता-विक्रेता आए, सबके सामने बयान लेकर लिखा-पढ़ी होती है। विक्रेता को आपत्ति है तो अदालत से एग्रीमेन्ट रद्द करा सकता है।
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