मृत गौवंश को समाधिष्ट करने के बजाय प्रधान द्वारा घसीट कर फेंकवाया जा रहे,कुत्ते रहे नोच*

मृत गौवंश को समाधिष्ट करने के बजाय प्रधान द्वारा घसीट कर फेंकवाया जा रहे,कुत्ते रहे नोच

रिपोर्ट संतोष त्रिपाठी

बांदा कमासिन ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत कमासिन में मृत गौवंश को सम्मान समाधिष्ट करने के बजाय उन्हें खुले में कौवे,बिलिंग, कुत्ते को नोंचने के लिए खुले में फेंक रहे हैं एक वायरल वीडिओ जिसमे एक गाय को ट्रैक्टर से घसीटकर क्रूरता पूर्ण ले जाया जा रहा है जिससे देखते ही विश्व हिन्दू गौरक्षा ने उसकी पड़ताल शुरु कर दी तो पता चला यह घटना ग्राम पंचायत कमासिन की है। वहाँ के प्रधान प्रतिनिधि अरविन्द गुप्ता का कहना है की वह गौशाला की गाय नहीं है। प्रधान प्रतिनिधि के कथनानुसार उस गाय का मालिक बंसी यादव है जो की कमासिन गौशाला का ही कर्मचारी है और जिस ट्रैक्टर से वो घसीटकर लें जाया जा रहा है वह भी उसी का है।विश्व हिन्दू गौरक्षा के सदस्य गांव वालों से पता किया तो पता चला की प्रधान द्वारा ही कहकर इन गौवंशों को ट्रैक्टर से फेंकवाया जा रहा है यह कोई नई घटना नहीं है। सचिव प्रमोद कुमार को अवगत कराने के बाद उन्होंने कहा आगे से ऐसा कार्य नहीं होगा जिससे यह आभास लगाया जा सकता है की वो इस अमानविय कार्य पर कोई एक्शन नहीं लेना चाहते।
इस घटना को गौरक्षा समिति के लोगों ने उपजिलाधिकारी बबेरू एवं बीडीओ कमासिन, सीवीओ बाँदा को फोन पर अवगत कराया ताकि ऐसी घटना की पुनरावृति ना हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो सके। ऐसे प्रधान और सचिव उत्तरप्रदेश के गौप्रेमी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों और उनके गौवंश के लिए गए अथक प्रयास को मिट्टी में मिला रहे हैं। अब देखने वाली बात है की बाँदा जिले के जिम्मेदार अधिकारी दबंग प्रधान व सचिव पर क्या कार्यवाही करते हैं