राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह में हुआ विज्ञान दिवस का आयोजन

राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह में हुआ विज्ञान दिवस का आयोजन

रिपोर्ट सुरेंद्र सिंह कछवाह

चित्रकूट: उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति (जेजेसी) के तत्वाधान में बुधवार को राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में बाल अपचारियों के मध्य राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें बाल अधिकारों की जानकारी दी गयी।
जिला मुख्यालय स्थित बाल सम्प्रेक्षण गृह में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम ने देवी सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अपिर्त कर किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान के दो पहलू होते हैं। जिसमें एक सकारात्मक और दूसरा नकारात्मक होता है। जिसमें एक पहलू सूचना प्रद्योगिकी की जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य का है और दूसरा हथियारों, परमाणु बम्ब आदि नकारात्मक शैली का है। अपनी गलती को वैज्ञानिक विधि से सुधारें। मोबाइल में सकारात्मक पहलू का अनुशरण कर इसका उपयोग आगे बढ़ने के लिए करें। देश के निमार्ण में अपना योगदान करने के लिए विशेष ध्यान दें। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राकेश कुमार यादव ने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का मूल उद्देश्य विद्याथिर्यों को विज्ञान के प्रति आकषिर्त व प्रेरित करना है। साथ ही जन साधारण को विज्ञान एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति सजग बनाना है। विज्ञान के बिना विकास की राह में तीव्रता से आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। विज्ञान और तकनीक को प्रसिद्ध करने के साथ ही देश के नागरिकों को देश को इस क्षेत्र में मौका देकर नई उचाईयों को हासिल करना भी इसका मुख्य उद्देश्य है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव अपर जिला जज सुशील कुमार वमार् ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस जैसे आयोजन वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रसार में निश्चित रूप से सहायक सिद्ध हो सकते हैं। विज्ञान के जरिए ही हम समाज के लोगांे का जीवन स्तर अधिक से अधिक खुशहाल बना सकते हैं। इससे होने वाले लाभों के प्रति समाज में जागरूकता लाने और वैज्ञानिक सोंच पैदा करने के उद्देश्य से विज्ञान दिवस का आयोजन किया जाता है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डाॅ सूयर्कान्तधर दुबे ने बताया कि विज्ञान इंसान के लिए महत्वपूणर् है। आज विज्ञान के बल पर ही मानव चन्द्रयान का निमार्ण करके आगे बढ़ रहा है। सूयर् गृह के सम्बन्ध में जानकारी के लिए भी एक सेटेलाइट भेजा गया है। विज्ञान सभी के ज्ञान को चुनौती देता है। इसका अपने जीवन में सकारात्मक रूप से उपयोग करें। यह किसी भी उम्र में किसी भी ज्ञान को प्रभावित कर सकता है। किशोर न्याय बोडर् की प्रधान मजिस्ट्रेट अंजलिका प्रियदशर्नी ने सभी का आभार प्रकट किया। विज्ञान दिवस के अवसर पर बच्चों को शपथ दिलाई गई।
इस मौके पर संस्था प्रभारी वीर सिंह, योगाचायर् संजय कुमार, कला शिक्षक अशोक कुमार पटेल, राजीव कुमार सिंह, मानवेन्द्र मिश्रा, अभिषेक त्रिपाठी, लवकुश, मूलचन्द्र, दीपक शमार् व अजुर्न यादव आदि मौजूद रहे।