लोकसभा चुनाव में पहाड़ी क्षेत्र की जनता का नहीं मिल रहा दलों के प्रति रुझान

लोकसभा चुनाव में पहाड़ी क्षेत्र की जनता का नहीं मिल रहा दलों के प्रति रुझान

पहाड़ी चित्रकूट लोकसभा चुनाव मे एक तरफ जहां भाजपा सपा बसपा के प्रत्याशी चुनाव मैदान में है वहीं दूसरी तरफ पहाड़ी क्षेत्र की जनता की चुप्पी साध कर बैठी हुई है। लोकसभा चुनाव में जनता का रुझान समझ में नहीं आ रहा।जनता की चुप्पी के चलते आंकड़ा लगाना मुश्किल हो रहा है। बताते चले की भाजपा से आरके सिंह पटेल, सपा से शिव शंकर सिंह पटेल, बसपा से मयंक द्विवेदी चुनाव मैदान में है। विधानसभा चुनाव से लेकर प्रत्येक चुनाव में जीत की नैया पहाड़ी क्षेत्र से ही शुरू होती है। परंतु इस बार जनता का मोह लहर एवं सुनामी से अलग हटकर है। गांव की जनता जहां एक तरफ भाजपा के नेताओं से गांव के विकास का लेखा-जोखा मांग रही है तो वहीं दूसरी तरफ सपा बसपा के प्रत्याशी विकास को अंदरुनी समर्थन जनता का मिलता दिख रहा है। चुनावी रण में देखा जाए तो यादव कुशवाहा प्रजापति, मुस्लिम छोटे-छोटे पिछड़ी जातियों के लोग सपा की तरफ झुकाव देखने को मिल रहा है। वहीं बसपा को मूल और के साथ ब्राह्मणों का अपार समर्थन मिलता दिख रहा है। देखा जाए तो अगर बसपा प्रत्याशी ब्राह्मणों का 50% वोट काटने में सफल होते हैं तो सपा बसपा के बीच पहाड़ी क्षेत्र से कांटे की टक्कर हो सकती है। वही चुनावी प्रचार में देखा जा रहा है कि ग्रामीणों के अंदर कोई उत्साह नहीं है। दबी जुबान के चलते कुछ कहना संभव नहीं है।