सिक्योरिटी गार्ड भर्ती में हुई धांधली

सिक्योरिटी गार्ड भर्ती में हुई धांधली

चित्रकूट। मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी कायार्लय में 30 सिक्योरिटी गार्ड की भर्ती में बडे पैमाने पर धांधली हो रही है। मानक के अनुरूप भतिर्यां नहीं की गयी।
सोमवार को सीएमओ कायार्लय में भर्ती घोटाले का खुलासा हुआ। बताया गया कि प्रत्येक सिक्योरिटी गार्ड्स से दो-दो लाख रुपये की मांग हुई थी। प्राइवेट संस्था समृद्धि पुरवा इंफोटेक प्रालि लखनऊ के माध्यम से भतिर्यां की गई हैं। जिसमे बिना सेवायोजन कार्यालय पंजीयन का कराया गया, वहीं सूत्र बताते हैं कि आनन फानन में सेवायोजन कार्यालय में रजिस्ट्रेशन कराया गया । सीएमओ कायार्लय में तैनात कुछ कमर्चारियों ने बिना कंपनी के जानकारी के पैसों का लेनदेन किया है। बिना सेवायोजन में विज्ञप्ति प्रकाशन के भतिर्यां की गई हैं। वहीं जिलाधिकारी कायार्लय के एक लिपिक ने लेन-देन कर भतिर्यां कराई हैं। वहीं CMO कार्यालय के कर्मचारी तथा कम्प्यूटर कोर्स का पैसा लेकर डिग्री बांटने वाला एक जो हमेसा आउट सोर्सिंग पर हस्तक्षेप कर दलाली करने का काम करता है। एक व्यक्ति के द्वारा जाति विशेष के लोगों को सिक्योरिटी गार्ड भर्ती में लिस्ट बनवाया गया जिसमें सूत्रों से जानकारी मिली कि सभी से दो-दो लाख रुपये लिया गया है वहीं जानकारी यहां तक मिल रही है कि अभी तक चार बार लिस्ट की बनाई जा चुकी है। अभी फाइनल लिस्ट आना भी बाकी है। जिसकी जितनी भागीदारी होगी उसकी पहले लिस्ट में नाम होगा, ये सब काम जिलाधिकारी कायार्लय के एक मास्टर माइंड लिपिक के माध्यम से हो रहा है।
इस बाबत में जब मुख्य चिकित्साअधिकारी को फोन लगाया गया तब फोन नहीं उठा क्योंकि मुख्य चिकित्साअधिकारी का एक PRO हैं, जो पद तो सृजित नहीं है लेकिन PRO पद जरूर दिया गया है ।जो कभी भी फोन नही रिसीव करते हैं और न ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात बताते हैं ,ओ खास रहनुमाओं के फोन उठाते हैं,हालांकि इस विषय मे मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कोई बात नही ही पाई है।
सिक्योरिटी गार्ड भर्ती में हुई धांधली पर क्या प्रशासन इसकी जांच कराएगी या ऐसे दलालों को भेजेगा सलाखों के पीछे, यह तमाम प्रश्न लोगों को जिहन में गूंज रहे हैं।

रिपोर्ट सुरेंद्र सिंह कछवाह चित्रकूट