पैथोलॉजी सेंटरों की ज्यादातर रिपोटर् निकली है गलत

पैथोलॉजी सेंटरों की ज्यादातर रिपोटर् निकली है गलत

0 नसिर्ंग होम एक्ट का नहीं हो रहा पालन
रिपोर्ट सुरेन्द्र सिंह कछवाह चित्रकूट

चित्रकूट। जिले में नसिर्ंग होम, हास्पिटल, क्लीनिक, पैथोलॉजी लैब संचालन को योगी सरकार ने नसिर्ंग होम एक्ट बनाया है। हालात ये हैं कि स्वास्थ्य विभाग एक्ट का पालन नहीं करा रहा। कयास हैं कि जिले में सैकडों पैथोलॉजी लैब है। दजर्न भर से कम ही लाइसेंस लेकर लैब चला रहे हैं।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की इस हरकत का खुलासा हुआ। बताया गया कि नसिर्ंग होम एक्ट के तहत नसिर्ंग होम, हास्पिटल, क्लीनिक, पैथोलॉजी लैब पंजीयन कराना उचित नहीं समझते। इसीलिए जगह-जगह एक्ट का उल्लंघन हो रहा है। पैथोलॉजी जांच केन्द्रों पर स्वास्थ्य विभाग कोई कारर्वाई नहीं करता। क्या अधिकारियों की मिलीभगत है या फिर कोई और कारण। ये दशा जिला मुख्यालय ही नहीं, बल्कि पूरे जिले की है। बिना पंजीयन के धड़ल्ले से पैथोलॉजी जांच केन्द्र चल रहे हैं। किसी को कारर्वाई का भय नहीं है। पैथोलॉजी सेंटर की भरमार है। मुख्य सड़क से लेकर तंग गलियों तक में पैथोलॉजी सेंटर चल रहे हैं। इन पैथोलॉजी सेंटर पर टेक्नीशियन व डॉक्टरों के नाम के बड़े-बड़े बोडर् भी लगे हैं। बेहतर जांच का दावा करने वाले इन पैथोलॉजी सेंटर की जांच रिपोटर् पर मरीजों का इलाज आगे खतरनाक साबित हो सकता है। हकीकत में जहां-तहां चल रहे पैथोलॉजी सेंटर की जांच रिपोटर् गलत निकलती हैं। खुद कई डॉक्टर मरीजों से कराई जाने वाली जांच रिपोटर् में असमंजस में पड़ जाते हैं। हैरानी है कि धड़ल्ले से आंखों में धूलझोंक रहे पैथोलॉजी सेंटर का सच सबको पता है। स्वास्थ्य महकमा आंखें बंद किये चुप्पी साधे है।
पैथोलॉजी सेंटर का सच स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी छुपा नहीं है। ज्यादातर पैथोलॉजी सेंटर पर बिना टेक्नीशियन के जांच होती है। जांच में चिकित्सीय उपकरण की दशा भी हैरान करने वाली है। पैथोलॉजी सेंटर की आड़ में जांच के नाम पर मरीजों से पैसा वसूलने का खेल स्वास्थ्य महकमे की चुप्पी से खासा फलफूल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो जल्द ही अवैध ढंग से चल रहे पैथोलॉजी सेंटर पर कारर्वाई की जाएगी।
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