सपा प्रत्याशी घोषित होने से चर्चाओं का बाजार गर्म

सपा प्रत्याशी घोषित होने से चर्चाओं का बाजार गर्म यू

अब भाजपा किसे बनायेगी प्रत्याशी

रिर्पोट सुरेन्द्र सिंह कछवाह

चिन्त्रकूट। समाजवादी पार्टी से लोकसभा के प्रत्याशी/पूर्व मंत्री शिवशंकर सिंह पटेल के घोषित होने से राजनैतिक लोगों में भाजपा प्रत्याशी को लेकर चचायें शुरू हो गई हैं। कुछ लोग मानते हैं कि बांदा-चित्रकूट लोकसभा सीट अपना दल के खाते में जायेगी, जबकि यहां अपना दल का कोई जनाधार नहीं है- ये जरूर है कि उनके जातीय मतदाता पर्याप्त हैं।बांदा-चित्रकू ट लोकसभा के सपा प्रत्याशी शिवशंकर सिंह पटेल के घोषित होने से व्हाट्सअप ग्रुप में यादवसमाज के लोग उनका तीखा विरोध जता रहे हैं, वहीं राजनैतिक दलों के लोगों के बीच चचाओं का बाजार खासा गर्म दिख रहा है। लोगों ने कहा कि भाजपा अब किसे प्रत्याशी घोषित करेगी, एक पटेल प्रत्याशी के आने से मौजूदा सांसद आरके सिंह पटेल की प्रत्याशिता के प्रति कुछ लोग आश्वस्त हैं तो कुछ लोग संशय जता रहे हैं। कुछ का मानना है कि शिवशंकर सिंह पटेल बबेरु तक सीमित रह जायेंगे, जबकि सांसद आरके सिंह पटेल को पूरे संसदीय क्षेत्र में लोकप्रियता है और भाजपा के मतदाताओं की भरमार है। ऐसेमें भाजपा प्रत्याशी तो सिर्फ सांसद आरके सिंह पटेल ही होंगे, जबकि ज्यादातर लोगों का मानना है कि ये सीट अपना दल के खाते में जायेगी तो बडे सौदागर इस सीट को पाने में सफल हो जायेंगे। वे अपना दल से टिकट लेकर पूरे पांच साल जनता से दूरी बनाकर रहेंगे। इनमें खासतौर पर पूर्व विधायक आनन्द शुक्ला व पूर्व सांसद रमेशचन्द्र द्विवेदी का नाम उभरकर सामने आता है। लोग मानते हैं कि मक मानिकपुर विधायक अविनाशचन्द्र द्विवेदी बांदा-चित्रकूट से अपना दल खाते में जाने पर लोकसभा का टिकट अपने चाचा/पूर्व सांसद रमेशचन्द्र द्विवेदी के लिए लेने में सफल हो जायेंगे।पूर्व सांसद रमेशचन्द्र द्विवेदी नरैनी से विधायक व बारहवीं लोकसभा के सांसद भी रहे हैं। उनका बात-व्यवहार भी कुशल है। उनकी किसी से कोई राजनैतिक प्रतिद्वन्दिता भी नहीं हैं। चचाओं में तो लोग ये भी कहते हैं कि बांदा-चित्रकूट लोकसभा में भाजपा किसी युवा को प्रत्याशी बना सकती है। कुछ भी हो भाजपा ने हमेशा चैंकाने वाले नतीजे ही दिये हैं, इस बार भी भाजपा किसी अन्य को प्रत्याशी बनाकर चैंका सकती है।