जिला अस्पताल में डीएम के निदेर्शों का नहीं होता दिखा पालन

जिला अस्पताल में डीएम के निदेर्शों का नहीं होता पालन

चित्रकूट। जिला अस्पताल का रवैया फिर पुराने ढरेर् पर चल निकला है। सीएमएस डाॅ सुधीर शमार् के तबादला होते ही जिला अस्पताल के हाल बेहाल हो गये हैं। हाल में जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द के निरीक्षण का भी जिला अस्पताल में कोई असर नहीं हुआ।
गुरुवार को जिला अस्पताल के डॉक्टरों को जिला प्रशासन का कोई भय नहीं है। दो दिन पहले जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने डॉक्टरों को हिदायत दी थी कि बाहर से दवायें न मंगायें। दलालों को जिला अस्पताल में प्रवेश न करने दें। जिला अस्पताल के डॉक्टरों के लिए जिलाधिकरी के निदेर्श कोई मायने नहीं रखते। इसी के चलते रैपुरा थाने के कौबरा गांव के राम पाल (65) हाइड्रोसिल का ऑपरेशन कराने आया था। आयुष्मान काडर् न होने पर सजर्न के दलालों ने सात हजार रुपये की मांग कर दी। इस मांग का वीडियो वायरल हो रहा है।
दलालों के माध्यम से मरीजों से डॉक्टर वातार् कराते हैं। डॉक्टरों के चेम्बर के पास दलाल सक्रिय रहते हैं। ऐसे में सूबे के मुख्यमंत्री का मरीजों के इलाज का सपना कैसे पूरा होगा। डाॅक्टर ही जब दलालों को पालेंगे तो शासन के निदेर्शों को पलीता लगना स्वाभाविक है। सीएमएस डाॅ वन्दना से बात की गई तो उनका फोन बन्द रहा।
———————-