इंटर बोर्ड परीक्षा में शामिल हुआ विचाराधीन बन्दी

इंटर बोर्ड परीक्षा में शामिल हुआ विचाराधीन बन्दी

पुलिस हिरासत में परीक्षा देने आया

रिपोर्ट सुरेंद्र सिंह कछवाह
चित्रकूट। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रयासों से जेल में बंद इण्टरमीडिएट छात्र/विचाराधीन बंदी को बोडर् परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल गया है। छात्र को पुलिस हिरासत में जिला मुख्यालय के परीक्षा केन्द्र में गुरूवार को दूसरी पाली में इंटर हिन्दी परीक्षा में शामिल कराया गया।
गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष/ जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम के निदेर्श पर नियमित अंतराल में जिला कारागार रगौली में विधिक साक्षरता/जागरूकता शिविर होता है। जिला कारागार में लगे शिविर में पता चला कि बंदी अजय यादव को 12वीं बोडर् परीक्षा देनी है। अजय के भाई ने प्राथर्ना पत्र दिया था। न्यायालय ने अजय को परीक्षा दिलाने के निदेर्श दिये। गुरूवार को इंटर परीक्षा में हिन्दी विषय का प्रश्न पत्र दूसरी पाली में था। परीक्षा केन्द्र श्रीगंगा प्रसाद जनसेवा इंटर कालेज कवीर् में अजय को पुलिस ने पहुंचाया। परीक्षा बाद वापस कारागार ले जाया गया।
इस बाबत जेल अधीक्षक शशांक पाण्डेय ने बताया कि शासन के निदेर्शानुसार कारागार में बंद 18 से 21 वषर् आयु के बंदियों व अन्य बंदियों को अलग रखा जाता है। जो छात्र होते हैं, उनके लिए अनुमति मिलने पर परीक्षा में शामिल कराने की व्यवस्था की जाती है। शिवनाडार फाउंडेशन के सहयोग से अन्य बंदियों को भी निरक्षर से साक्षर बनाने के प्रयास जारी हैं। कुछ दिन पहले यहां 40 निरक्षर बंदियों को साक्षर बनाया जा चुका है। 50 निरक्षर बंदियों को पढ़ाया जा रहा है। सवर्प्रथम जिला कारागार में निरुद्ध उच्च शिक्षित बंदियों को शिवनाडार फाउंडेशन से आधुनिक तकनीकी विधियों से शिक्षित किया जाता है। इन प्रशिक्षित शिक्षकों ने जेल में बंद निरक्षर बंदियों को प्रोजेक्टर व स्माटर् बोडर् से अक्षर, भाषा व व्यवहारिक गणित, विज्ञान का ज्ञान दिया जाता है। विचाराधीन बंदी अजय यादव के भाई के प्राथर्ना पत्र पर न्यायिक मजिस्ट्रेट अंजलिका प्रियदशर्नी के आदेश देने के बाद इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक व पुलिस अधीक्षक से पत्राचार किया। पुलिस हिरासत में बंदी को जिला मुख्यालय के परीक्षा केंद्र जनसेवा इंटर कालेज में परीक्षा में शामिल कराया।