भाजपा प्रत्याशी के लिए मुसीबत बनी अयोध्या की बसें

भाजपा प्रत्याशी के लिए मुसीबत बनी अयोध्या की बसें

रिपोर्ट अर्जुन कश्यप

चित्रकूट। मत पूंछ मेरे सब्र की इन्तेहा कहां तक है, तू कर ले सितम तेरी हसरत जहां तक है- सांसद आरके सिंह पटेल को लेकर कहीं सांसद पुत्र सुनील सिंह पटेल का विरोध हो रहा है तो कहीं सांसद आरके सिंह पटेल के क्रियाकलापों को लेकर विरोध जारी है। ऐसे में सांसद आरके सिंह पटेल ने समय रहते विरोध को नियंत्रित नहीं किया तो उनकी चुनावी नैया डूब सकती है?


सांसद आरके सिंह पटेल का जिस अंदाज में लोग विरोध कर रहे हैं, उससे प्रतीत होता है कि चुनावी परिणाम का अंजाम कुछ भी हो सकता है। आज रविवार को मऊ-मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में मानिकपुर क्षेत्र के लोग सांसद आरके सिंह पटेल व जिलाध्यक्ष मुदार्बाद के नारे लगा रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने कहा कि अयोध्या में राम मन्दिर के दशर्न को बूथ व सेक्टर के लोगों ने कहा था कि सवेरे छह बजे बसें जायेंगी। तमाम लोग क्षेत्र में दूर-दराज से अयोध्या जाने को तैयार होकर आ गये। बसों का अता-पता न होने पर लोगों ने खासी नाराजगी जताई। नाराजगी को लेकर नारेबाजी भी की। पहले 46 बसें अयोध्या जानी थी, अब कितनी बसें अयोध्या गई- ये कोई बताने वाला नहीं है। इस बारे में सांसद आरके सिंह पटेल के प्रतिनिधि शक्ति प्रताप सिंह तोमर से पूंछा गया तो उन्होंने कोई जवाब देने की जरूरत नहीं समझी। भाजपा जिलाध्यक्ष लवकुश चतुवेर्दी से पंूछा तो उन्होंने कहा कि बूथ-सेक्टर से जानकारी कर रहे हैं। उनके व्हाट्सअप पर वीडियो भेजा गया, उन्होंने वीडियो देखने से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि जानकारी की जा रही है।
सांसद आरके सिंह पटेल व उनके पुत्र सुनील सिंह पटेल को लेकर जिस तरह से संसदीय क्षेत्र में कहीं रौली गोंडा भरतकूप तो कहीं किसी कोल महिला का तो कहीं भरतकूप के आदिवासियों का वीडियो वायरल हो रहा है। इसे लेकर लोगों में तरह-तरह की बातें उछल रही हैं। विरोध के ये स्वर समय रहते न थमें तो चुनावी परिणाम का अंजाम कुछ भी हो सकता है। न पंूछो सितम सनम के और सितम गर का लहजा, दिल से आती है आवाज सहे जा, ये भी सहे जा- बस बात यहीं पर खत्म।
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